इस पोस्ट में हम Bihar board Class 10 Science Chapter 1 Solutions रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण के बारे में चर्चा कर रहे हैं। यदि आपके पास इस अध्याय से संबंधित कोई प्रश्न है तो आप कमेंट बॉक्स में टिप्पणी करें
हमारे दैनिक जीवन में हर पल कुछ न कुछ बदलाव होते रहते हैं। उदाहरण के लिए, दूध से दही का बनना या दूध का फटना, चावल से भात का बनना, हमारे शरीर में भोजन का पचना आदि।
NCERT Class 10 Science Chapter 1 Solutions Notes Chemical Reaction and Equation
विज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत पदार्थों के गुण, संगठन, संरचना एवं उनमें होने वाले परिवर्तन का अध्ययन रासायण शास्त्र कहलाता है
हमारे दैनिक जीवन में प्रत्येक क्षण कुछ न कुछ परिवर्तन होते रहते है, उदाहरण के लिए दूध से दही का बनना या दूध का फटना, लोहे पर जंग का लगना, चावल से भात का बनना एवं हमारे शरीर में भोजन का पाचन आदि | ये ऐसे परिवर्तन है जिसमे मूल पदार्थ अपना गुण या पहचान को खो देता है, फलस्वरूप रासायनिक परिवर्तन होते है |
रासायनिक अभिक्रिया :- जब कोई पदार्थ अकेले या किसी दूसरे पदार्थ के साथ क्रिया कर के एक या एक से अधिक भिन्न गुण वाले ने पदार्थ का निर्माण करता है, तो उसे रासायनिक अभिक्रिया कहते है |
जैसे :- 2H2O + O2 2H2O (जब यहाँ हाइड्रोजन और ऑक्सीजन दोनों एक रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेकर एक नए गुणधर्म वाले पदार्थ जल (H2O) बनाता है |
अभिकरक (Reactant):- वे पदार्थ जो रासायनिक अभिक्रिया में भाग ले कर नए पदार्थ का निर्माण करते है उन्हें अभिकरक कहते है | अथवा – वे पदार्थ जो किसी अभिक्रिया में भाग लेते है, अभिकारक कहलाते है | जैसे :- H2 + HCL 2HCL (इसमें h2 और hcl अभिकारक है और 2Hcl उत्पाद/प्रतिफल )
रासायनिक अभिक्रिया की विशेषता :- रासायनिक अभिक्रिया के निम्नलिखित विशेषताए है |
- गैस उत्पति :- कुछ ऐसे भी रासायनिक अभिक्रिया है जो रासायनिक अभिक्रियाओ के दौरान कोई गैस उत्पन्न करती है | जैसे :- Zn + HCL ZnCl2 +H2
- अवक्षेप का बनना :– ऐसे ठोस पदार्थ जो रासायनिक अभिक्रिया के दौरान विलियन अलग हो जाता है , अवक्षेप कहते है | जैसे :- NaCl + AgNo3 NaNo3 + AgCl
- रंग परिवर्तन :– कुछ ऐसे भी पदार्थ होते है जो रासायनिक अभिक्रिया के दौरान रंग में परिवर्तन हो जाता है, जैसे :- पोटैसियम परमैंगनेट (रंग बैंगनी ) में नींबू का रस डालते ही उसका रंग धीरे – धीरे समाप्त हो जाता है
- ताप में परिवर्तन :- ऐसे कार्बनिक यौगिक, जो रासायनिक अभिक्रिया के फलस्वरूप ताप में परिवर्तन होता है |
रासायनिक समीकरण:- रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले वे पदार्थ जिनके सूत्रों के सहायता से उस अभिक्रिया के संक्षिप्त निरूपण ही रासायनिक समीकरण कहलाता है | जैसे :- H2 + Cl2 2Hcl
(नोट:- जब हाइड्रोजन और क्लोरीन के मिश्रण को सूर्य के प्रकाश में रखते है तो हाइड्रोजन क्लोराइड बनता है |)
रासायनिक समीकरण के प्रकार :- रासायनिक समीकरण को दो भागों में बाटा गया है |
- संतुलित रासायनिक समीकरण (Balanced Chemical Equation)
- असंतुलित / कंकाली रासायनिक समीकरण (Unbalanced Chemical Equation)
संतुलित रासायनिक समीकरण:- वैसी रासायनिक समीकरण जिसमें अभिकारको के दोनों ओर प्रत्येक तत्वों की परमाणुओं की संख्या समान होती है, संतुलित रासायनिक समीकरण कहते है | जैसे :- H2 + Cl2 2hcl (नोट:- समीकरण के दोनों ओर हाइड्रोजन एवं क्लोरीन के परमाणुओं की संख्या समान है )
असंतुलित रासायनिक समीकरण :- वैसे रासायनिक समीकरण जिसमें समीकरण के दोनों तरफ तत्वों के परमाणुओं की संख्या आसमान होती है, असंतुलित रासायनिक समीकरण कहते है | जैसे:- H2 + O2 H2O
किसी रासायनिक समीकरण में प्राप्त सूचनाएं : किसी रासायनिक समीकरण में निम्नलिखित सूचनाए प्राप्त होती है |
- रासायनिक समीकरण से हमें किसी अभिकरकों एवं उत्पादों के संकेत या सूत्रों की जानकारी मिलती है |
- इससे हमें अभिकरकों एवं प्रतिफलों के मूलों के अनुपात की जानकारी देता हैं |
- इससे ये मालूम चलता है की इसमे कौन कौन सा पदार्थ भाग लिया है
रासायनिक समीकरण के उपयोग से लाभ: रासायनिक समीकरण के उपयोग से लाभ निम्नलिखित है |
- किसी भी रासायनिक अभिक्रिया के समीकरण के लिए उनके रूप एवं निरूपण आसान होता है |
- इसे लिखने में आसान तथा कागज की आवश्यकता कम होता है |
- विश्व में एक ही प्रकार के रासायनिक संकेतों का उपयोग होता है जिससे वैज्ञानिक को रासायनिक समीकरण की जानकारी प्राप्त करने के लिए किसी प्रकार की कठिनाई नहीं होती हैं |
रासायनिक समीकरण के सीमाये (दोष):– रासायनिक समीकरण के लाभ के साथ कुछ सीमाएं (दोष ) निम्नलिखित है |
- रासायनिक समीकरण से अभिकारकों एवं प्रतिफलों का भौतिक गुण का पता नहीं चलता है |
- रासायनिक समीकरण से ये मालूम नहीं चलता है की अभिक्रिया किन दशाओं में संभव हैं |
रासायनिक समीकरण के पहचान:- निम्न दशाओं में रासायनिक समीकरण की पहचान की जा सकती है |
- अवस्था में परिवर्तन
- रंग में परिवर्तन
- अवक्षेपण का बनना
- गैस का निकलना
- ताप में परिवर्तन
गैस उत्पत्ति :– वह अभिकारक जो रासायनिक अभिक्रिया के दौरान कोई गैस उत्पन्न करती है | जैसे :- Zn + 2Hcl ZnCl2 + H2
अवक्षेपण का बनना :– ऐसे ठोस पदार्थ जो रासायनिक अभिक्रिया के दौरान विलियन से अलग हो जाता है, अवक्षेपण कहते है | जैसे :- NaCl + AgNo3 NaNo3 + AgCl
रंग में परिवर्तन :- ऐसे पदार्थ जो रासायनिक अभिक्रिया के दौरान रंग में परिवर्तन होते है | जैसे :- पोटैसियम परमैंगनेंट (रंग बैंगनी) में जब नींबू का रस डालते ही उसका रंग धीरे धीरे समाप्त हो जाता है |
ताप में परिवर्तन:- ऐसी कार्बनिक यौगिक, जो रासायनिक अभिक्रिया के फलस्वरूप ताप में परिवर्तन होता है |
रासायनिक समीकरण / अभिक्रिया के संकेत :-
- ठोस – s
- द्रव – l
- गैस – g
- जलिए विलियन का सूचक – aq
- यौगिक को गर्म करने का सूचक –
- अनुत्क्रमनीय –
- उत्क्रमणीय –
रासायनिक अभिक्रियाओं के प्रकार :- रासायनिक अभिक्रिया के प्रकार निम्नलिखित इस प्रकार है | संयोजन / संश्लेषण रासायनिक अभिक्रिया : ऐसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमें दो या दो से अधिक पदार्थ ( तत्व या यौगिक ) परस्पर संयोग कर
- नए पदार्थ का निर्माण करते है, नए पदार्थ के गुण मूल पदार्थ के गुण से बिल्कुल भिन्न होते है | जैसे :- C(s) + O2 = Co2
2H2 + O2 = 2H2O
- वियोजन / अपघटन रासायनिक अभिक्रिया :- ऐसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमें किसी अभिकारक ( यौगिक ) के बड़े अणु टूट कर दो या दो अधिक उत्पाद (यौगिक) बनते है जिनके गुण अभिकारक के गुण से बिल्कुल अलग होते है |
- विस्थापन अभिक्रिया:- वह रासायनिक अभिक्रिया जिसमें किसी अणु में उपस्थित परमाणुओं के समूह को किसी दूसरे परमाणु द्वारा विस्थापित (अलग) किया जाता है, विस्थापित अभिक्रिया कहते है |
जैसे:- Fe + CuSo4 FeSo4 + Cu
- द्विविस्थापन अभिक्रिया :- वैसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमें अभिकरकों के बीच आयनों का आदान – प्रदान होता है, द्विविस्थापन अभिक्रियाए कहते है |
सूत्र – ab + cd ad + cb
Na2So4 + BaCl2 BaSo4 + 2NaCl
NaOh + H2So4 Na2So4+ H2O
- अवक्षेपण अभिक्रिया:- वह रासायनिक अभिक्रिया जिसमें प्रतिफल के विलियन से ठोस उत्पाद पृथक हो जाता है, अवक्षेपण कहलाता है | जैसे :-
NaCl + AgNo3 AgCl + NaNo3
CuSo4 +BaCl2 BaSo4 + 2CuCl2
- उपचयन / ऑक्सीजन अभिक्रिया :- वैसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमें किसी तत्व या यौगिक में ऑक्सीजन का योग तथा हाइड्रोजन का ह्रास अभिक्रिया कहते है |
जैसे:- C + O2 Co2
2Co + O2 2Co2
- अपचयन / अवकरण अभिक्रिया :- वैसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमें किसी तत्व या यौगिक में ऑक्सीजन का ह्रास तथा हाइड्रोजन का योग होता है, अपचयन / अवकरण अभिक्रिया कहते है | जैसे:- CuO + H2 Cu + H2O
Cl2 + H2S 2Hcl + S
ताप में परिवर्तन :- ताप में परिवर्तन निम्न दो प्रकार के होते है | –
- ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया (Exothermic Reaction) :- ऐसी रासायनिक अभिक्रिया जिनमें ऊष्मा उत्सर्जन (निकलना) होती है| जैसे :-
CaCo3 CaO + Co2 + ऊष्मा
Ch4 + 2O2 Co2 + 2H2O + ऊष्मा
- ऊष्माशोषी अभिक्रिया (Endothermic Reaction ):- वैसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमें ऊष्मा का शोषण (अवशोषित) होता है, ऊष्माशोषी अभिक्रिया कहलाती है | जैसे:-
- 6Co2+6H2OC6H12O6+6O2
- N2 + O2 + ऊष्मा 2No
- H2 +Cl2 2HCl – ऊष्मा
वियोजन अभिक्रिया के प्रकार :- वियोजन अभिक्रिया तीन प्रकार के होते है |
- ऊष्मीय वियोजन अभिक्रिया:- ऊष्मा के द्वारा किया वियोजन, ऊष्मीय वियोजन अभिक्रिया कहते है |
जैसे:- CaCo3 CaO + Co2
- प्रकाशीय वियोजन अभिक्रिया:- सूर्य के प्रकाश के मौजूदगी में होने वाले वियोजन को प्रकाशीय वियोजन अभिक्रिया कहते है |
जैसे :-2Ag + Cl2 2AgCl
- वैधुत वियोजन अभिक्रिया:– जब वियोजन अभिक्रिया विद्युत धारा के द्वारा कराई जाती है तब उसे वैद्युतिय वियोजन अभिक्रिया कहते है |
जैसे:- 2H2O 2H2 + O2
रेडॉक्स अभिक्रिया :- वैसी रासायनिक अभिक्रिया जसमें उपचयन एवं अपचयन दोनों क्रियाए संयुक्त रूप से होना, रेडॉक्स अभिक्रिया कहते है |
जैसे:- CuO + H2 = Cu + H2O
Cl2 + H2S=2Hcl + S
उदासीनिकरण अभिक्रिया :- ऐसी अभिक्रिय जिसमें कोई अम्ल, भष्म के साथ अभिक्रिया कर लवण तथा जल बनती है, उदासीनिकरण अभिक्रिया कहलाता है जैसे:-
(संकेत समीकरण) = Hcl + NaOh NaCl + H2O
(शब्द समीकरण ) = अम्ल + भष्म लवण + जल
संक्षारण :- ऐसी रासायनिक अभिक्रिया जिसमें धातुएँ वायु, नमी एवं अम्ल से अभिक्रिया कर आवंक्षणीय पदार्थों का निर्माण करता है, संक्षारण कहलाता है |
विकृतगंधिता:- वसा या तेल से बने खाद पदार्थों में उपाचयन की क्रिया के कारण अरुचकर गंध और स्वाद का उपन्न होना विकृतगंधिता कहलाता है |
(नोट :- वसा या तेल से बने खाद पदार्थों में उपचयन के क्रिया को कुछ सामान्य विधि द्वारा प्रति उपचायक BHA या BHT द्वारा रोक जा सकता है | )
BHA – ब्यूटीलेड हाईड्रोऑक्सी ऐनीसॉल
BHT – ब्यूटीलेड हाइड्रोऑक्सी टॉलुईन
दहन :- वैसी प्रक्रिया जिसमें पदार्थ जल कर ऊष्मा एवं प्रकाश उत्पन्न करते है, दहन कहलाता है | जैसे:- C + O2 Co2 + ऊष्मा +प्रकाश
ज्वलन / प्रज्वलन ताप :- जिस न्यूनतम ताप पर कोई पदार्थ जलना शुरू होता है, ज्वलन ताप कहते है |
प्रश्न:- वियोजन अभिक्रिया संयोजन अभिक्रिया के विपरीत कहा जाता है क्यों :-
क्योंकि वियोजन में एक पदार्थ टूट कर दो या दो से अधिक पदार्थों का निर्माण होता है जबकि संयोजन अभिक्रिया में दो या दो से अधिक पदार्थों का निर्माण करता है |
प्रश्न:- बुझे हुए चुने के विलियन का उपयोग दीवारों पर सफेदी करने में होता है क्यों:-
चुकी बुझा हुआ चुना वायुमंडल में उपस्थित कार्बनडाइऑक्साईड के साथ धीरे – धीरे अभिक्रिया कर दो या तीन दिनों के बाद कैल्सियम कार्बोनेट बनाता है जिससे दीवारों पर सागमर्मर के समान चमक आ जाता है | जैसे:- Ca(oh)2(aq) + Co2 CaCo3(s) + H2O(l)
नोट:- CaO = चुना या बिना बुझा हुआ चुना, काली चुना या भाकड़ा चुना
CaCo3 = संगमर्मर या चुना पत्थर या चौक
Ca(oh) 2 = बुझा हुआ चुना
प्रश्न:- श्वसन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया क्यों कहा जाता है ?
चुकी भोजन में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है और कार्बोहाइड्रेट के टूटने से ग्लूकोज बनता है ग्लूकोज हमारे शरीर में उपस्थित ऑक्सीजन से मिलकर हमे ऊर्जा प्रदान करते है |
चुकी श्वसन अभिक्रिया से ऊर्जा उत्पन्न होती है इसलिए श्वसन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहते है | जैसे:-
C6H12O6 (aq) + 6O2(g) 6Co2(g) + 6H2O (l) + ऊष्मा
प्रश्न:- लोहे की वस्तु को हम पेंट क्यों करते है ? :-
लोहे की वस्तुओं को जंग से बचाने के लिए उस पर पेंट करते हैं क्योंकि पेंट करने से लोहे की वस्तुओं की सतह से नमी या हवा के बीच का संपर्क टूट जाता है, जिसके कारण लोहे की वस्तु में जंग नहीं पकड़ता है |
प्रश्न:- तेल एवं वसायुक्त खाद पदार्थों को नाइट्रोजन से प्रभावित क्यों किया जाता है ?
चुकी तेल तथा वसायुक्त खाद पदार्थ हवा के संपर्क में आते ही उपचयित होकर खराब गंध के साथ – साथ इनका स्वाद भी बदल जाता है, इस कारण तेल तथा वसायुक्त पदार्थ को नाइट्रोजन से प्रभावित किया जाता है जिससे वह खराब नहीं हो सके |
प्रश्न:- चिप्स बनाने वाले चिप्स की थैली को नाइट्रोजन गैस से युक्त कर देते हैं क्यों ?
चुकी चिप्स के थैली में से हवा को निकाल उसमे नाइट्रोजन गैस भर दिया जाता है जिससे चिप्स का उपचयन नहीं होता है और अधिक दिनों तक खराब नहीं होता है |
मानक N.C.E.R.T. प्रश्न एवं उनके उत्तर (Standard N.C.E.R.T. Questions And Their Answers |
- वायु में जलाने से पहले मैग्नीशियम रिबन को साफ क्यों किया जाता है ?
मैग्नीशियम धातु सामान्य ताप पर नम वायु की उपस्थिति में मैग्नीशियम ऑक्साईड बनाता है जो Mg रिबन के ऊपरी सतह पर जमा रहता है | इसलिए इसे वायु में जलाने से पहले सरेस पत्र ( रेगमाल ) से रगड़ दिया जाता है ताकि आसानी से ऑक्सीजन से संयोग कर सके |
- किसी पदार्थ x के विलियन का उपयोग सफेदी करने के लिए होता है |
पदार्थ x का नाम तथा इसका सूत्र लिखें |
पदार्थ x की जल के साथ अभिक्रिया लिखे
पदार्थ x का नाम – बिना बुझा हुआ चुना; सूत्र CaO
जल के साथ पदार्थ x का समीकरण –
CaO(s) + H2O(l) Ca(OH)2(aq) + ऊष्मा
- जब लोहे की कील को कॉपर को कॉपर सल्फेट के विलियन में डुबोया जाता है तो विलियन का रंग क्यों बदल जाता है ?
लोहे की कील, कॉपर सल्फेट के विलियन से कॉपर को विस्थापीत कर देता है और आयरन सल्फेट बनाता है | आयरन सल्फेट बनने के कारण कॉपर सल्फेट का गहरा नीला रंग मलिन हो जाता है और हल्के रंग में बदल जाता है |
- निम्न अभिक्रियाओं में उपचयित तथा अपचयित पदार्थों की पहचान कीजिए –
- 4Na(s) + O2 2Na2O(s)
- CuO(s) + H2 Cu(s) + H2O(l)
उपचयित पदार्थ Na; अपचयित पदार्थ O2
उपचयित पदार्थ H2; अपचयित पदार्थ CuO
- संतुलित रासायनिक समीकरण क्या है ? रासायनिक समीकरणको संतुलित करना क्यों आवश्यक है ?
वैसी रासायनिक समीकरण जिसमें अभिकारको के दोनों ओर प्रत्येक तत्वों की परमाणुओं की संख्या समान होती है, संतुलित रासायनिक समीकरण कहते है,
द्रव्यमान संरक्षण नियम के अनुसार रासायनिक अभिक्रियाओं में अभिकरकों एवं उत्पादों के द्रव्यमान समय होते है, इसलिए अभिकरकों एवं उत्पादों के द्रव्यमान को समान करने के लिए समीकरण को संतुलित करना आवश्यक है |
- उन वियोजन अभिक्रियाओं के एक – एक समीकरण लिखें जिनमें ऊष्मा, प्रकाश एवं विद्युत के रूप में ऊर्जा प्रदान की जाती है ?
ऊष्मा : CaCO3(s) CaO(s) + CO2(s)
प्रकाश : 2AgCl(s) 2Ag(s) + Cl2(g)
विद्युत : 2H2O(l) 2H2(g) + O2(g)
- सिल्वर के शोधन में, सिल्वर नाइट्रेट के विलियन से सिल्वर प्राप्त करने के लिए अभिक्रिया लिखिए |
2AgNo3(aq) + Cu(s) 2Ag(s) + Cu(NO3)2(aq)
- एक भूरे रंग का चकदार तत्व x को वायु की उपस्थिति में गर्म करने पर वह काले रंग का हो जाता है | इस तत्व x एवं उस काले रंग के यौगिक का नाम बताएं |
तत्व x – कॉपर (Cu)
काले रंग का यौगिक – कॉपर आक्साइड (CuO) 2Cu + O2 2CuO
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अध्याय 5 तत्वों का आवर्त वर्गीकरण
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अध्याय 7 नियंत्रण एवं समन्वय
अध्याय 8 जीव जनन कैसे करते है
अध्याय 9 अनुवांशिकता एवं जैव विकास
अध्याय 14 उकर्जा के स्रोत
अध्याय 15 हमारा पर्यावरण
अध्याय 16 प्राकृतिक संसाधनों का प्रबंधन
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अध्याय 12 विद्युत
अध्याय 13 विद्युत धारा का चुम्बकीय प्रभाव
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